Panchayat Season 4 Review: मंजू देवी बनाम क्रांति देवी | Panchayat S4

Panchayat Season 4 ‘पंचायत’ एक बार फिर लौट आई है अपने चौथे सीजन के साथ, इस बार कहानी फुलेरा के लोकल चुनावों और मंजू देवी व क्रांति देवी की सीधी टक्कर के इर्द-गिर्द घूमती है। फैंस इस सीजन की भावनात्मक और दिल को छू लेने वाली कहानी की तारीफ कर रहे हैं, हालांकि कुछ दर्शकों को यह पिछली सीजन की तुलना में कम हास्यपूर्ण और थोड़ा खिंचा हुआ लगा।

राजनीति केंद्र में है

इस बार की कहानी राजनीति पर आधारित है, लेकिन यह सिर्फ चुनाव की कहानी नहीं है—यह लोगों, भावनाओं और गांव की असली जिंदगी को दर्शाती है।
एक फैन ने लिखा:
“पूरे सीजन को एक ही बार में देख लिया, और कहना होगा कि #Panchayat4 अपने पुराने सीजनों की तरह ही दिल को छू लेने वाला है। इस बार राजनीति, इमोशन और हल्की-फुल्की कॉमेडी का जबरदस्त मेल है।”

बिंज-वॉर्थी लेकिन राय बंटी हुई है

बहुत सारे दर्शकों ने रातों-रात पूरा सीजन देख डाला।
एक पोस्ट में लिखा गया:
“गुड नाइट, पूरा #panchayatseason4 बिंज किया।”
एक अन्य ने लिखा:
“#panchayat सीजन 4 देखा @PrimeVideoIN पर, अभी तक जो देखा उससे उबर नहीं पा रहा हूं, देसी अंदाज़, इमोशन की भरमार, पूरी टीम को सलाम ✌️ अब तो सीजन 5 का इंतजार 😭”

लेकिन कुछ दर्शक पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे।
एक फैन ने कहा:
“#panchayatseason4 खत्म किया, कहानी थोड़ी खिंची हुई लगी, पहले जितनी कॉमेडी नहीं थी, इमोशन ज़्यादा था लेकिन फिर भी फेवरेट 🤩”

कम हंसी, ज्यादा भावनाएं

पहले के सीजन में हास्य और भावना का संतुलन था, लेकिन इस बार इमोशनल एंगल पर ज्यादा फोकस है।
एक यूज़र ने लिखा:
“#PanchayatSeason4 सिर्फ एक शो नहीं है, ये सिनेमा का एक स्कूल है। हर फ्रेम कुछ कहता है। कुछ जीतें खुश नहीं करतीं, कुछ हारें दिल तोड़ देती हैं। यही असली पंचायत है।”

फैंस को एपिसोड 5 “आशीर्वाद” काफी खास लगा।

निष्ठावान फैंस की कुछ आलोचनाएं

कुछ पुराने दर्शकों ने इसकी गति और कहानी पर सवाल उठाए।
“#panchayatseason4 पहले से बेहतर है लेकिन कहीं-कहीं खिंचा हुआ लगता है। लव एंगल अच्छा है लेकिन गहराई की कमी है। प्रह्लाद का रोल दमदार है और प्रधान का किरदार सीजन 5 में अहम हो सकता है। स्क्रिप्ट को और कसने की ज़रूरत है।”

अब भी फेवरेट बना हुआ है

छोटी-छोटी कहानियों और प्यारे किरदारों के कारण ‘पंचायत’ अब भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।
“@TheViralFever, ‘पंचायत’ सीजन 4 ने फिर साबित कर दिया कि ये कहानी कहने का एक नगीना है। हर एपिसोड में हल्की-फुल्की गांव की मस्ती और इमोशनल कहानी का मेल देखने को मिला।”

कास्ट की दमदार वापसी

फैंस के चहेते कलाकार जैसे जितेन्द्र कुमार, नीना गुप्ता, रघुबीर यादव, संवीका, चंदन रॉय, दुर्गेश कुमार, अशोक पाठक, फैसल मलिक, सुनीता राजवार और पंकज झा फिर से फुलेरा की कहानी में जान डालते हैं।

Rojgar Job Noice समीक्षा के अनुसार

Rojgar Job Notice के मुताबिक, सीजन 4 उतना फ्रेश नहीं है जितनी उम्मीद थी।
“‘पंचायत’ का चार्म और सिंपल कहानी तो बरकरार है, लेकिन नई कहानी का अभाव दिखता है। खासतौर पर मंजू देवी के पिता वाला एपिसोड अनावश्यक लगता है, जो कहानी को कहीं नहीं ले जाता।”

फिर भी, सीजन 5 को लेकर उम्मीदें बनी हुई हैं। फुलेरा की कहानी अभी खत्म नहीं हुई है।

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